December 10, 2020 "मौत का तमाशा और ज़िन्दगी की मैयत, के बीच में ही कुछ सांसें ले लेते हैं जनाब, थोड़ी-सी ख़ुदा से बहसबाज़ी और कुछ ख़ुद से बस यूँही हम हर बार ज़माने को बचा जाते हैं। " Copyright © 2020 Ankita Kashyap